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Tuesday, November 6, 2012

गट्टू बहा जा रहा है


सर्व शिक्षा अभियान"
"एजुकेशन गारंटीड "
के इश्तिहारों से,
दस कदम दूर,
एक बच्चे ने सटा रखीं हैं आँखें,
अखबार के उस टुकडे पर,
जिसमें गट्टू पतंग उड़ा रहा है.
वह गट्टू होना चाहता है,
एक पेशेवर पतंगकाट.

कि तभी चूतड़ पर लात पड़ती है,
भैनचोद काम कर,
गिलासें तेरा बाप धोएगा.

बच्चा गिलास धो रहा है
देख रहा है,
अखबार को बहते हुए
गट्टू धीरे-धीरे
मोरी में बहा जा रहा है.

(गट्टू एक बाल फ़िल्म है, जिसके नायक गट्टू की दो ही ख्वाहिशें हैं, एक स्कूल जाना और दूसरा पतंगबाज़ बनना)

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